जैविक फलों की खेती के लिए देशभर में मशहूर है ये महिला, पीएम मोदी करेंगे सम्मानित
मध्यप्रदेश की महिला किसान ललिता मुकाती ने 36 एकड़ में जैविक पद्धति से चीकू, सीताफल और कपास का रिकार्ड उत्पादन कर दिखाया। यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही वह इन जैविक फलों की निर्यातक भी बन जाएंगी।
यही नहीं वे गांव की महिलाओं का समूह बनाकर उन्हें भी जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। केंद्र सरकार ने उन्हें देश की उन 114 महिला किसानों में शामिल किया है, जिन्होंने भारतीय कृषि में बेहतरीन योगदान दिया है। इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मानित करेंगे। हालांकि तारीख तय नहीं है।
कुछ साल पहले तक 50 वर्षीय ललिता सुरेंशचंद्र सामान्य किसान परिवार में एक बहू, मां और पत्नी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही थीं। एमएससी एग्रीकल्चर की डिग्री लेकर पति ने उन्नत खेती शुरू की। उनकी इस पहल को वे करीब से देखती समझती रहीं। बैंकर और डॉक्टर बेटियों के करियर में व्यस्त होने के बाद 10 साल पहले उन्होंने खेती संभाली। वहीं से यह सफर शुरू हुआ।
ललिता ने बताया कि उनके परिवार की करीब 100 एकड़ जमीन है। कृषि कार्य में पति का हाथ बंटाने को घर से खेतों तक पहुंचने के लिए उन्होंने पहले स्कूटी चलाना सीखी और धीरे-धीरे खेती के उपकरण भी। ट्रैक्टर चलाना भी सीखा। रासायनिक खादों के दुष्प्रभावों को देखते हुए तीन वर्ष पूर्व जैविक खेती करने का मन बनाया। इसके लिए 36 एकड़ जमीन में से 25 एकड़ में सीताफल, छह में चीकू और पांच एकड़ में कपास की फसल लगाई। वर्मी कम्पोस्ट, गौ मूत्र, छांछ, वेस्ट डी-कम्पोसर आदि का उपयोग किया। साथ ही खेत और घर में गोबर गैस प्लांट व सोलर पंप भी लगाए।
मप्र शासन की योजना के तहत मुकाती दंपती ने जर्मनी और इटली जाकर वहां की जाने वाली आधुनिक व उन्न्त खेती की तकनीक भी सीखी। साथ ही जिले के कृषि विज्ञान केंद्र व देश में कई स्थानों पर जैविक खेती की कार्यशालाओं व प्रशिक्षण में भाग लिया। दो वर्ष पूर्व 36 एकड़ जैविक खेती वाले हिस्से का पंजीयन मप्र जैविक प्रमाणीकरण बोर्ड में भी कराया।
सुरेशचंद्र मुकाती ने बताया कि पंजीयन पश्चात प्रतिवर्ष बोर्ड द्वारा खेत का सूक्ष्म निरीक्षण किया जा रहा है। अगले वर्ष निरीक्षण पश्चात जैविक खेती का प्रमाणित होने पर जैविक खेती के उत्पाद विदेशों को निर्यात कर सकेंगे। वर्तमान में जैविक सीताफल व चीकू महाराष्ट्र, गुजरात सहित दिल्ली तक बेच रहे हैं। इनका भाव सामान्य फलों की तुलना में लगभग डेढ गुना मिलता है।
दिल्ली में जल्द ही होने वाले रियलिटी शो और अवॉर्ड के आयोजन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। आयोजन में 114 कृषक महिलाओं में से चयनित तीन महिलाओं को विशेष पुरस्कार भी दिए जाएंगे। हाल ही में दूरदर्शन की टीम ने बोरलाय पहुंच कर ललिता मुकाती का प्रोफाइल वीडियो शूट किया है।
(Courtesy- Jagaran News )
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