गोमूत्र घनवटी
पंचगव्य उत्पाद की गोमूत्र घनवटी बनकर आप सभी के लिए अब तैयार
हैं ।
- ये वातनाशक ,कफनाशक है
ये पेट रोंगो में गौ मूत्र या गौ मूत्र अर्क के साथ 2 गोली सुबहऔर 2 शाम
को खाना खाने से से 1 घण्टे पहले लेने से बहुत लाभ होता है
जोड़ो के दर्द में ये बहुत लाभकारी है ,इसके अलावा कफ ,वातरोंगो में
बहुत लाभकारी है ।
इसकी मनाने की विधि -
गोमूत्र देशी गाय चरने वाली का 20 लीटरको आप एक हंडिया में रखें और
उसमें
50 ग्राम श्याम तुलसी के पते
50 ग्राम पुनर्नवा की जड़
100 ग्राम निम् गिलोय
गोमूत्र देशी गाय चरने वाली का 20 लीटरको आप एक हंडिया में रखें और
उसमें
50 ग्राम श्याम तुलसी के पते
50 ग्राम पुनर्नवा की जड़
100 ग्राम निम् गिलोय
इन सबको अच्छी तरह कूटकर इस गोमूत्र में भिगो कर रख दें
और इससे करीब एक महीने पहले आपको
और इससे करीब एक महीने पहले आपको
ऑर्गेनिक हल्दी 200 ग्राम सबसे पहले हल्दी गांठ को चुने के पानी में
1 महीने तक भीगो कर रखें मिटी बर्तन में
,इसके बाद आप हल्दी गांठ को सूखा कर उसको
पीस लें ,पाउडर के रूप में ।
1 महीने तक भीगो कर रखें मिटी बर्तन में
,इसके बाद आप हल्दी गांठ को सूखा कर उसको
पीस लें ,पाउडर के रूप में ।
अब 20 लीटर गोमूत्र को लोहे की कढाई में उपलों की मन्द अग्नि पर
गर्म करें
,
धीरे -धीरे .....जब जल अंश खत्म हो जाये और इसका मावा बन जाये तब ,
इसमें आप ये हल्दी का पाउडर डाल लें , व् फिर इसको पकाएं
थोड़ी देर तक जब खूब गाढ़ा भाग यानी की घन बन जाये ।
बस इस घन से आप चने के बराबर की गोली बनाइये
।
यही हल्दी घनवटी हैं ।
गर्म करें
,
धीरे -धीरे .....जब जल अंश खत्म हो जाये और इसका मावा बन जाये तब ,
इसमें आप ये हल्दी का पाउडर डाल लें , व् फिर इसको पकाएं
थोड़ी देर तक जब खूब गाढ़ा भाग यानी की घन बन जाये ।
बस इस घन से आप चने के बराबर की गोली बनाइये
।
यही हल्दी घनवटी हैं ।
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