Wednesday, 21 December 2016

ghanvati tablets


गोमूत्र घनवटी



पंचगव्य उत्पाद की गोमूत्र घनवटी बनकर आप सभी के लिए अब तैयार 

हैं ।

 - ये वातनाशक ,कफनाशक है


ये पेट रोंगो में गौ मूत्र या गौ मूत्र अर्क के साथ 2 गोली सुबहऔर 2 शाम


 को खाना खाने से से 1 घण्टे पहले लेने से बहुत लाभ होता है


जोड़ो के दर्द में ये बहुत लाभकारी है ,इसके अलावा कफ ,वातरोंगो में 


बहुत लाभकारी है ।

इसकी मनाने की विधि -

गोमूत्र देशी गाय चरने वाली का 20 लीटरको आप एक हंडिया में रखें और


उसमें


50 ग्राम श्याम तुलसी के पते


50 ग्राम पुनर्नवा की जड़

100 ग्राम निम् गिलोय


इन सबको अच्छी तरह कूटकर इस गोमूत्र में भिगो कर रख दें

और इससे करीब एक महीने पहले आपको


ऑर्गेनिक हल्दी 200 ग्राम सबसे पहले हल्दी गांठ को चुने के पानी में

 1 महीने तक भीगो कर रखें मिटी बर्तन में


,इसके बाद आप हल्दी गांठ को सूखा कर उसको


पीस लें ,पाउडर के रूप में ।


अब 20 लीटर गोमूत्र को लोहे की कढाई में उपलों की मन्द अग्नि पर 

गर्म करें 

,
धीरे -धीरे .....जब जल अंश खत्म हो जाये और इसका मावा बन जाये तब ,


इसमें आप ये हल्दी का पाउडर डाल लें , व् फिर इसको पकाएं


थोड़ी देर तक जब खूब गाढ़ा भाग यानी की 
घन बन जाये ।


बस इस घन से आप चने के बराबर की गोली बनाइये

यही हल्दी घनवटी हैं ।

No comments:

Post a Comment

गौ मूत्र फिनायल बनाने की विधि (केमिकल रहित)

             *सामग्री* गौ मूत्र      *एक लीटर* नीम पत्र    *200 ग्राम सूखा* पाइन आयल इमल्सीफायर युक्त     *50 ग्राम* उबाला हुआ पा...