आज
के समय में चर्म रोग हर 10 में
से 8 व्यक्तियों को प्रभावित कर रहा है और आने वाले समय में
ये बढ़ता ही जाएगा इसका कारण है हमने वैदिक संस्कृति को छोड़ पश्चिम के लोगो का
अनुशरण करना शुरू कर दिया ।
पुराने समय में लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत सजग
थे आज के दिखावेपन के विज्ञानं से उनका विज्ञानं कहिं अधिक प्रभावशाली था । आप आज
के दौर में अगर स्वस्थ रहना चाहते है तो आपको वैदिक संस्कृति को और लौटना होगा ।
चर्म
रोग बढ़ने का मुख्य कारण है नहाने का साबुन
आजक्कल प्रयोग किए जाने वाले अधिकतर साबुन में केमिकल पशुओं की चर्बी का प्रयोग होता है जिस से त्वचा रूखी हो जाती है और चर्म रोग उतपन होता है इसी कड़ी में में आज आपको वैदिक पंचगव्य साबुन बनाने की विधि बताता हूं और उम्मीद करूँगा की इसे पढ़ने वालों में से कम से कम 50 प्रतिशत लोग इसका अनुशरण अवश्य करे और इसे घर पर ही तैयार करे
आजक्कल प्रयोग किए जाने वाले अधिकतर साबुन में केमिकल पशुओं की चर्बी का प्रयोग होता है जिस से त्वचा रूखी हो जाती है और चर्म रोग उतपन होता है इसी कड़ी में में आज आपको वैदिक पंचगव्य साबुन बनाने की विधि बताता हूं और उम्मीद करूँगा की इसे पढ़ने वालों में से कम से कम 50 प्रतिशत लोग इसका अनुशरण अवश्य करे और इसे घर पर ही तैयार करे
आवश्यक
सामान
मुल्तानी
मिट्टी 400 ग्राम
सोना
गेरू 250 ग्राम
गोमय
चूर्ण 150 ग्राम
चने
का बेसन 150 ग्राम
हल्दी
100 ग्राम
कपूर
भीमसेनी 50 ग्राम
वचा 50 ग्राम
शतावर
50 ग्राम
सफ़ेद
चन्दन पाउडर 100 ग्राम
हरड़
छोटी पाउडर 50 ग्राम
फिटकरी
10 ग्राम
एलोविरा
गुद्दा 100 ग्राम
शुद्ध
तील तेल 100 ग्राम
गुलाब
जल 100 ग्राम
गौमूत्र
50 ग्राम
गौ
दुग्ध 50 ग्राम
गौ
दही 20 ग्राम
गौ
घृत 20 ग्राम
निम्बू
2 का
रस
रीठा
100 ग्राम
शिकाकाई
80 ग्राम
निम
के पते 80 ग्राम
सबसे
पहले 200 ग्राम
पानी में 50 ग्राम
गौमूत्र डाले और रीठा शिकाकाई निम् के पते डाल कर पानी को खूब उबाले और जब पानी 125 ग्राम
रह जाए तक आंच से उतार कर ठंडा करके छान लें और रख ले
दूसरे
चरण में सभी काष्ठ चीजो को बारीक़ पीस कर पाउडर बना ले और अब एक बड़ा बर्तन लेकर
उसमे सभी काष्ठ चीजे जैसे मुल्तानी मिट्टी गोमय चूर्ण हल्दी आदि डाल कर अच्छी तरह
मिला ले और एक जान कर ले
अब उसमे रीठा वाला पानी जो तैयार किया था वो और अन्य सभी
तरल चीजे डाले और अच्छी तरह एक जान मिला ले और अगर मिश्रण ज्यादा गाढ़ा हो तो उसमें
थोड़ा पानी मिलाकर अच्छी तरह गूँथ ले और थोड़ी देर के लिए छोड़ दे
करीब
आधे घण्टे बाद इसके साबुन जैसी टिकिया बना ले
टिकिया बनाने के लिए आप एक प्लास्टिक
का तीन इंच मोटी पाइप को दो इंच काट ले और इसमें थोड़ा तील तेल लगाकर इसमें दवाब
देकर भरे और पाइप के टुकड़े को निकाल ले साबुन बन जाएगा
अब इसे सूखा ले
आपका
साबुन तैयार है इसे प्रयोग करे
इनमें
से अगर कोई चीज आपको ना मिले तो उसके अलावा दूसरी चीजे डाल ले ।
इसकी गुणवत्ता का
मुकाबला कोई अन्य साबुन नही कर पाएगा
धन्यवाद
We are urgently in need of Kidney donors with the sum of $500,000.00 USD,(3 crore) All donors are to reply via Email: healthc976@gmail.com
ReplyDeleteCall or whatsapp +91 9945317569
Kiya Mein koi chota bissnuss start kar Sakta hu swadeshi product bana kar chote amount ke sath
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