प्रत्येक वार को गौ माता को खिलाएं
अलग-अलग अन्न
*सूर्य ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए*
रविवार को रोटी के ऊपर थोड़ा सा गुड़ रखकर लाल गाय को खिलाएं।
रविवार को रोटी के ऊपर थोड़ा सा गुड़ रखकर लाल गाय को खिलाएं।
*चंद्र ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए*
सोमवार को रोटी के ऊपर हल्का से घी लगाकर गाय को खिलाएं। कच्चे या पके चावल को दुध में भिगोकर सफेद गाय को खिलाएं।
सोमवार को रोटी के ऊपर हल्का से घी लगाकर गाय को खिलाएं। कच्चे या पके चावल को दुध में भिगोकर सफेद गाय को खिलाएं।
*मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए*
मंगलवार को रोेटी पर गुड़ रखकर लाल गाय को खिलाएं। कोई भी मीठा पदार्थ गाय को खिलाने से मंगल ग्रह की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
मंगलवार को रोेटी पर गुड़ रखकर लाल गाय को खिलाएं। कोई भी मीठा पदार्थ गाय को खिलाने से मंगल ग्रह की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
*बुध ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए*
बुधवार के दिन साबूत मूंग के दाने रखकर सफेद गाय को खिलाएं। बुध की प्रसन्नता के लिए हरा चारा गाय माता को अवश्य खिलाएं।
बुधवार के दिन साबूत मूंग के दाने रखकर सफेद गाय को खिलाएं। बुध की प्रसन्नता के लिए हरा चारा गाय माता को अवश्य खिलाएं।
*गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए*
गुरूवार को घी व हल्दी चुपड़कर पीली गाय को खिलाए। चने की दाल और गुड़ मिलाकर खिलाने से गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है।
गुरूवार को घी व हल्दी चुपड़कर पीली गाय को खिलाए। चने की दाल और गुड़ मिलाकर खिलाने से गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है।
*शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए*
शुक्रवार को दही चावल खिलाने से शुक ग्रह की अनुकूलता में वृद्धि होती है। यह उपाय लक्ष्मी कारक है। केवल चावल भी खिलाया जा सकता है।
शुक्रवार को दही चावल खिलाने से शुक ग्रह की अनुकूलता में वृद्धि होती है। यह उपाय लक्ष्मी कारक है। केवल चावल भी खिलाया जा सकता है।
*शनि, राहु, केतु के शुभ प्रभाव के लिए*
शनिवार को सरसों का तेल चुपड़कर तिल के कुछ दाने रोटी पर रखकर चितकबरी या काली गाय को खिलाएं। उड़द और चावल की बनी नमकीन खिचड़ी खिलाने से द्ररिद्रता दूर होती हैं।
###################
प्रस्तुति-व्रजराज गौशाला एवम् पंचगव्य अनुसन्धान केंद्र, रीठी, कटनी, एम.पी.
9407001528
शनिवार को सरसों का तेल चुपड़कर तिल के कुछ दाने रोटी पर रखकर चितकबरी या काली गाय को खिलाएं। उड़द और चावल की बनी नमकीन खिचड़ी खिलाने से द्ररिद्रता दूर होती हैं।
###################
प्रस्तुति-व्रजराज गौशाला एवम् पंचगव्य अनुसन्धान केंद्र, रीठी, कटनी, एम.पी.
9407001528
No comments:
Post a Comment