छोटी बछड़ी का गौमूत्र प्रतिदिन 4 चम्मच पीने से पेट के रोग दूर होते है।
स्वास (दमा) के रोगी छोटी बछिया का गौमूत्र प्रातः खाली पेट चार चम्मच ले तो 6 महीने मे पूर्ण आराम मिल जायेगा
फाइलेरिया के कीड़े भी गौमूत्र के सेवन से समाप्त होते है
सूखे गोबर को जलाने से मक्खी, मच्छर मरते है। लाखो विषैले कीट हवा मे ही तुरन्त मर जाते है।
कई संक्रामक रोग तो गौ को स्पर्श की हुई वायु लगने से ही समाप्त हो जाते है
जो बच्चे गाय के सम्पर्क मे रहते है उन्हें चेचक नही होता
गाय के घी से - गठिया, कुष्ठ, जले कटे घाव, दाग, चहरे की झाईया,नेत्र विकार जलना, मुह का फटना आदि अभी ठीक होते है
केन्सर - काली गाय का दूध, काली तुलसी (6 माह तक) ही लेवे
स्वाद बदलने के लिए मूंग की डाल का रस और जौ की रोटी भी ले सकते है
केन्सर ठीक हो जायेगा
स्वाद बदलने के लिए मूंग की डाल का रस और जौ की रोटी भी ले सकते है
केन्सर ठीक हो जायेगा
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