गौ-मूत्र का कहाँ-कहाँ प्रयोग किया जा सकता
है|
1. संसाधित किया हुआ गौ मूत्र अधिक प्रभावकारी
प्रतिजैविक,
रोगाणु रोधक (antiseptic), ज्वरनाशी (antipyretic), कवकरोधी (antifungal) और प्रतिजीवाणु (antibacterial) बन जाता है|
2. ये एक जैविक टोनिक के सामान है| यह शरीर-प्रणाली में औषधि के सामान काम करता
है और अन्य औषधि की क्षमताओं को भी बढ़ाता है|
3. ये अन्य औषधियों के साथ, उनके प्रभाव को बढ़ाने के लिए भी ग्रहण किया
जा सकता है|
4. गौ-मूत्र कैंसर के उपचार के लिए भी एक बहुत
अच्छी औषधि है |
यह शरीर में सेल
डिवीज़न इन्हिबिटोरी एक्टिविटी को बढ़ाता है और कैंसर के मरीज़ों के लिए बहुत लाभदायक
है|
5.
आयुर्वेद ग्रंथों के अनुसार गौ-मूत्र विभिन्न जड़ी-बूटियों से परिपूर्ण है| यह आयुर्वेदिक औषधि गुर्दे, श्वसन और ह्रदय सम्बन्धी रोग, संक्रामक रोग (infections) और संधिशोथ (Arthritis), इत्यादि कई व्याधियों से मुक्ति दिलाता है
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