आज कल सभी माता पिता अपने बच्चो को ङोक्टर, इंजीनियरिंग, वकील, अफसर, टीचर बनाने का सपना देखते है बहुत सारे लोगो का ये सपना भी पुरा होता है ।
लेकिन बच्चो के माता पिता ये ध्यान नही रखते है । मेरे बच्चे आज जो भोजन कर रहे वो भोजन स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है ।
जैसे पिज्जा बर्गर होटङोग रिफाइंड तेल, विष मिला अनाज, पैकेट वाला दुध दही घी, दवाइ से पक्की हुइ सब्जिया, कोल्ड ड्रिंक और बालो मे केमिकल युक्त शैम्पू, जेल, ङाइ ।
इन सब चीजो से हमारा स्वास्थ्य खराब होता है । और फिर बच्चे जब 25 शाल या 30 के होते ही उन्हे हार्ट अटैक आते है और मौत हो जाती है । पेट खराब हो जाता है । कैंसर हो जाता है । ब्लस प्रेशर, शुगर जैसी बिमारीया हो जाती है । कम उम्र मे ही गंजे हो जाते है । और अगर परीक्षा मे फैल हो जाते है तो बच्चे आत्महत्या कर लेते है । और सबसे ज्यादा बिमारीया से मरते है ।
आज कल तो जब बच्चा गर्भ मे होता है तब भी उसे कैंसर हो जाता है । और जब जवान बेटे की मौत होती है तब माता पिता जिंदगी भर रोते है और भगवान को दोष देते है । आसु बाहते है ।
मुझे ये समझ नही आता है की फिर वे माता पिता क्यो रोते है । क्योकि गलती माता पिता करते हे । जब बच्चे छोटे छोटे होते है तब से ही उन्हे बाहर का खाना खिलाते है । और फिर कहते है हम बहुत इंटलीजेन्ट है ।
फिर बेचारे बच्चे क्या करे क्योंकि जन्म से ही पाउडर का दुध पिते है । और फिर जब बङे होते है तो बाहर का खाना खाते रहते है और एक दिन एसा आता है कि उनकी मौत हो जाती है ।
आज से 70 शाल पहले तो सब सौ साल के होते और सब तंदरुस्त व् मजबुत होते थे । उन्हे कभी कोई बिमारी नही होती । क्योकि वे लोग बाहर का खाना नही खाते थे ।
अगर माता पिता अपने बच्चो से प्यार करते है और चाहते है की उनके बच्चे कभी बिमार नही पड़े और जवानी मे उनकी मौत न हो तो आज से ही बाहर का खाना खिलाना बंद कर दे ।
जितना हो सके उतनी आयुर्वेद की दवाई ले क्योकि आयुर्वेद मे वो ताकत है जो मरे हुए इंसान को भी जिंदा कर देता है ।
जब रामायण मे लक्ष्मण जी को शक्ति लगी और वे अचेत हो गये तब आयुर्वेद की दवा से जिंदा हो गये थे ।
आज कल तो छोटी सी बिमारी होते है ङोक्टर के पास भागते है और फिर ङोक्टर गोली दवा दे देता है जिसे जिंदगी भर खाते रहते है ।
अगर हर आदमी अपने घर मे एक गाय पाल कर रख ले तो वह जिंदगी भर बिमार नही पङता । और जब गाय पालेगे तो गाय की हत्या भी नही होगी ।
लेकिन आज कल के लोग घर मे गाय नही पालेगे । बल्कि घर मे टीवी, फ्रीज, कुलर, एसी, विदेशी कुत्ते यह सब घर मे रखने की जगह है लेकिन गाय रखने की जगह नही है ।
आप कोइ भी सामान इस्तेमाल करे तो वह आप घर पर ही बनाए । जैसे साबुन, तेल, घी, दुध दही । चाहे कोइ भी समान हो या तो घर पर ही बनाइए या फिर आप किसी गरीब से खरीद लो ताकी उस गरीब की भी मदद हो जाये ।
लेकिन बच्चो के माता पिता ये ध्यान नही रखते है । मेरे बच्चे आज जो भोजन कर रहे वो भोजन स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है ।
जैसे पिज्जा बर्गर होटङोग रिफाइंड तेल, विष मिला अनाज, पैकेट वाला दुध दही घी, दवाइ से पक्की हुइ सब्जिया, कोल्ड ड्रिंक और बालो मे केमिकल युक्त शैम्पू, जेल, ङाइ ।
इन सब चीजो से हमारा स्वास्थ्य खराब होता है । और फिर बच्चे जब 25 शाल या 30 के होते ही उन्हे हार्ट अटैक आते है और मौत हो जाती है । पेट खराब हो जाता है । कैंसर हो जाता है । ब्लस प्रेशर, शुगर जैसी बिमारीया हो जाती है । कम उम्र मे ही गंजे हो जाते है । और अगर परीक्षा मे फैल हो जाते है तो बच्चे आत्महत्या कर लेते है । और सबसे ज्यादा बिमारीया से मरते है ।
आज कल तो जब बच्चा गर्भ मे होता है तब भी उसे कैंसर हो जाता है । और जब जवान बेटे की मौत होती है तब माता पिता जिंदगी भर रोते है और भगवान को दोष देते है । आसु बाहते है ।
मुझे ये समझ नही आता है की फिर वे माता पिता क्यो रोते है । क्योकि गलती माता पिता करते हे । जब बच्चे छोटे छोटे होते है तब से ही उन्हे बाहर का खाना खिलाते है । और फिर कहते है हम बहुत इंटलीजेन्ट है ।
फिर बेचारे बच्चे क्या करे क्योंकि जन्म से ही पाउडर का दुध पिते है । और फिर जब बङे होते है तो बाहर का खाना खाते रहते है और एक दिन एसा आता है कि उनकी मौत हो जाती है ।
आज से 70 शाल पहले तो सब सौ साल के होते और सब तंदरुस्त व् मजबुत होते थे । उन्हे कभी कोई बिमारी नही होती । क्योकि वे लोग बाहर का खाना नही खाते थे ।
अगर माता पिता अपने बच्चो से प्यार करते है और चाहते है की उनके बच्चे कभी बिमार नही पड़े और जवानी मे उनकी मौत न हो तो आज से ही बाहर का खाना खिलाना बंद कर दे ।
जितना हो सके उतनी आयुर्वेद की दवाई ले क्योकि आयुर्वेद मे वो ताकत है जो मरे हुए इंसान को भी जिंदा कर देता है ।
जब रामायण मे लक्ष्मण जी को शक्ति लगी और वे अचेत हो गये तब आयुर्वेद की दवा से जिंदा हो गये थे ।
आज कल तो छोटी सी बिमारी होते है ङोक्टर के पास भागते है और फिर ङोक्टर गोली दवा दे देता है जिसे जिंदगी भर खाते रहते है ।
अगर हर आदमी अपने घर मे एक गाय पाल कर रख ले तो वह जिंदगी भर बिमार नही पङता । और जब गाय पालेगे तो गाय की हत्या भी नही होगी ।
लेकिन आज कल के लोग घर मे गाय नही पालेगे । बल्कि घर मे टीवी, फ्रीज, कुलर, एसी, विदेशी कुत्ते यह सब घर मे रखने की जगह है लेकिन गाय रखने की जगह नही है ।
आप कोइ भी सामान इस्तेमाल करे तो वह आप घर पर ही बनाए । जैसे साबुन, तेल, घी, दुध दही । चाहे कोइ भी समान हो या तो घर पर ही बनाइए या फिर आप किसी गरीब से खरीद लो ताकी उस गरीब की भी मदद हो जाये ।
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