गोबर से घरेलु उपचार
वातावरण की शुद्धता में, धुप आदि में मुख्यतः गोबर का उपयोग किया जाता है. प्राचीनकाल से घर की पुताई करने के लिए गोबर का उपयोग होता है.
गोबर सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों को सोख लेता है. जिसके कारण इन किरणों से हम सुरक्षित रहते है.
अतः घर तथा परिसर में गोबर से पुताई करने से वातावरण शुद्धि के साथ-साथ, सूर्य किरणों की तीव्रता से बचाव हो सकता है.
श्वासरोग (दमा/अस्थमा) में गोबर का रस निकालकर नाक में दो-दो बूँद डालने से तत्काल लाभ होता है
गोबर की केवल गन्ध लेने से नाक से रक्त आना बन्द होता है
गोबर में विटामिन बी 12 अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है
पतले दस्त/डायरिया की अवस्था में गोबर का रस पीने से शीघ्र लाभ होता है
समस्त प्रकार के दांत के विकार में गोबर की राख का मंजन रूप में उपयोग लाभदायक होता है
गोबर एक सहज, सुलभ प्राप्त कीटाणुनाशक है
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